38वें नेशनल गेम्स का आयोजन इस बार उत्तराखंड में किया जाएगा। टूर्नामेंट की ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन 15 दिसंबर को किया गया। इस लॉन्चिंग सेरेमनी में खेलों के पांच प्रमुख प्रतीकों का अनावरण किया गया, जिनमें लोगो, एंथम, शुभंकर, टॉर्च और जर्सी शामिल हैं। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, IOA की चीफ पीटी ऊषा, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री सहित कई प्रमुख अधिकारी शामिल रहे। यह टूर्नामेंट 28 जनवरी से 14 फरवरी तक खेला जाएगा।

इस समारोह के दौरान विशेष रूप से उत्तराखंड के खिलाड़ियों के लिए तैयार की गई जर्सी का भी अनावरण किया गया। लॉन्चिंग के बाद टॉर्च को एकता और सामूहिकता का प्रतीक मानते हुए पूरे राज्य में घुमाया जाएगा। राष्ट्रीय खेलों के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने हेतु कुल 42 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए हैं, जिनमें 1260 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए राज्य ने अन्य राज्यों और विदेशों से अनुभवी कोचों को बुलाया है।

उत्तराखंड के पारंपरिक खेलों जैसे कि योग और मलखंभ को राष्ट्रीय खेलों के मुख्य इवेंट्स में शामिल किया गया है। भारतीय ओलंपिक संघ की चीफ पीटी ऊषा ने इवेंट के दौरान इस बात का ऐलान किया। राज्य की खेल मंत्री ने पीटी ऊषा से बुधवार रात इस विषय पर चर्चा की और पीटी ऊषा ने इस विचार को सकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी।

पीटी ऊषा ने इस मौके पर कहा कि वह उत्तराखंड सरकार और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई देना चाहती हैं कि उन्होंने राज्य में वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट्स सुविधाएं बनवाई हैं। पीटी ऊषा ने यह भी कहा कि उनके मार्गदर्शन में उत्तराखंड ने यह उदाहरण सेट किया है कि कोई राज्य अपने यहां खेल को कैसे आगे बढ़ा सकता है। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि योग और मलखंब को नेशनल गेम्स में मेडल इवेंट के तौर पर शामिल किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इन खेलों को शामिल करने से हम अपने नेशनल ट्रेडिशन को ग्लोबल स्पोर्ट्स में जगह दे रहे हैं।