भीमताल से आगे आमडाली के पास रोडवेज की बस पैराफिट से टकराकर जैसे ही खाई में गिरी तो यात्रियों में चीख पुकार मच गई। बस की छत अलग होते ही यात्री इधर-उधर छिटक कर गिरने लगे। कुछ लोग गाड़ी की सीटों के बीच में फंस गए। मंजर इतना दर्दनाक था कि मौके पर पहुंचे स्थानीय लोग स्थिति को देखकर सहम गए। वहीं, हादसे का शिकार हुए कुछ यात्री खाई में बेसुध पड़े हुए थे और जिन्हें थोड़ी होश थी वे दर्द से कराहते हुए मदद की गुहार लगा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी हल्द्वानी के कठघरिया निवासी संजय भट्ट ने घटना का हाल सुनाया।
बस में 30 यात्री सवार थे। जिसमें से चार लोगों की मौत हो गई। इनमें एक बच्चा भी शामिल है। उत्तराखंड रोडवेज की ये बस हल्द्वानी डिपो की है। जो रोज सुबह हल्द्वानी से 7.30 बजे पिथौरागढ़ को निकलती है। रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन सुबह छह बजे करीब पिथौरागढ़ से हल्द्वानी को वापसी करते है। दोपहर करीब एक बजे भीमताल पार करते ही आमडाली के पास मोड़ पर एक कार को बचाने के प्रयास में चालक नियंत्रण खो बैठा और बस पैरापिट को तोड़ते हुए 150 फुट गहरी खाई में गिर गई जिससे बस के परखचे उड़ गए और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। आसपास के क्षेत्रों के लोग और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने घायलों को रस्सी के सहारे सड़क तक पहुंचाया, लेकिन तब तक दंपति समेत चार लोगों की मौत हो चुकी थी।
हादसे में इनकी गई जान
खड़क सिंह (55) पुत्र जय सिंह, निवासी खेला धारचूला
गंगा धामी (48) पत्नी खड़क सिंह, निवासी खेला धारचूला
सुरेंद्र सिंह धर्मसत्तू (58) पुत्र ललित सिंह, निवासी टिमटिया तेजम, पिथौरागढ़
दक्ष पंत (6) पुत्र विनोद पंत, ग्राम सिमायल बेड़ीनाग हाल निवासी पिथौरागढ़
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ‘भीमताल के निकट बस के दुर्घटनाग्रस्त होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। स्थानीय प्रशासन को त्वरित राहत एवं बचाव कार्य के लिए निर्देशित किया है। बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूं।’